कुछ मन की
थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो, चुपचाप से रहते हो तो बेवफा से लगते हो...
गुरुवार, 23 जून 2011
जन लोकपाल विधेयक पर राजनेताओं के रुख को लेकर एक टिप्पणी
कोई हसीन सा नुक्ता निकाल देता है
अजीब शख्स है बातों में टाल देता है
जो मछलियों को तैरना सिखाता है 'निकह
त
'
वही तो है जो मछेरों को जाल देता है
नसीम निकहत
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