सोमवार, 9 फ़रवरी 2009

शेयर बाज़ार पर एक सोच

कुछ समय पहले एक मशहूर प्रबंधन गुरु के शेयर बाज़ार के बारे मैं नकारात्मक विचार पड़े,जिससे मैं नितांत असहमत हूँ.मैं नही मानता की शेयर मैं निवेश एक जुआ है,यह एक समजधारी पूर्ण निर्णय भी हो सकताहै  यदि हम निम्न आधारभूत नियमो पर चले-
.अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का सही आकलन करें
.अपनी बचत का २५% से अधिक शेयर में न लगाये।
.शुरुआती दौर में केवल अच्छे प्रतिफल वाली म्यूचुअल फंड्स  योजनाओ में ही निवेश करे।
.SIP के जरिये निवेश करे।
.मजबूत आधार वाली,पारदर्शी प्रभनधन तथा साख युक्त कंपनी में निवेश करे
.टिप्स सुने जरुर पर बुदि व स्व-विवेक से निर्णय लें।
.रातों रात बिना  किसी  ठोस  आधार  के  लम्बी  उछाल लेने  वाले
 शेयर से  सावधान  रहें   
डिस्क्लैमेर:- यह ब्लॉग केवल शेक्षिक उद्देश्य से लिखा गया है,इसका अर्थ  यह कदापि नही है की आप शेयर बाज़ार में  अवश्य  प्रवेश करें। ब्लॉग में प्रकाशित विचार  ब्लॉग  लेखक  के निजी हैं, तथा यह ब्लॉग पूर्ण नही है.इसलिए शेयर बाज़ार मैं होने वाले लाभ या हानि का स्वयं आकलन कर उचित निर्णय लें.उपरोक्त प्रकाशित सामग्री पर ब्लॉग लेखक की कोई जवाबदेही स्वीकार नहीं  की जायेगी.